शब्दों की लम्बाई से
शब्दों की चौड़ाई से
शब्दों की गहराई से
शब्दों की रसाई से
रिश्ते और जीवन
बनते हैं।
शब्दों की पिटाई से
शब्दों की ढिठाई से
शब्दों की खिंचाई से
शब्दों की घिसाई से
रिश्ते और जीवन
बिगड़ते हैं.
Sunday, August 23, 2009
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